हल्द्वानी। कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार ने आपदा राहत कार्यों को लेकर मंडलभर के अधिकारियों की बैठक ली। निर्देश दिए कि आपदा में ध्वस्त हुए कार्यों का युद्ध स्तर पर पुनर्निर्माण शुरू करें। सड़क, बिजली, पानी व संचार की सुविधाओं को जल्द बहाल किया जाए। सर्किट हाउस सभागार में गुरुवार को हुई बैठक में कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा में हुई क्षति का आंकलन कर शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि पुनर्निमाण के लिए बजट उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि दैवीय आपदा, वर्षा व बाढ़ से जहां सड़कें, पानी, बिजली, सिचाई व संचार आदि सेवा क्षतिग्रस्त हुई है वहीं फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। कृषि, उद्यान व राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि शीघ्र फसल हानि का सर्वे कर क्षति आंकलन प्रस्तुत करें। ताकि काश्तकारों को मुआवजा दिया जा सके।
मुख्य अभियन्ता लोनिवि वीके यादव ने बताया कि भवाली-नैनीताल, नैनीताल से पंगोट, काठगोदाम-हैडाखान-सिमलिया बैंड सड़क 42 किमी तक खोल दी गई है। शेष 8 किमी खोलने को जेसीबी लगाई गई है। खुटानी-धारी में 64 किमी तक यातायात प्रारम्भ कर दिया है। ओखलकांडा-पतलोट सड़क शुक्रवार तक खोल दी जाएगी। रानीबाग-मोतियापाथर शुक्रवार तक खोल दी जाएगी। रामगढ़ में आन्तरिक सड़कें खोलने को सात जेसीबी लगाई गई है। हल्द्वानी-भवाली सड़क खोल दी गई है।
मुख्य अभियंता ने बताया कि भवाली-अल्मोड़ा सड़क खैरना से आगे पूर्ण रूप से ध्वस्त होने के कारण अब भी बन्द है। उसे मरम्मत कर एक लेन 30 अक्तूबर तक खोली जाएगी। सड़क के पुनर्निमाण को 20 करोड़ का आंगणन शासन को भेज दिया गया है। भवाली-रामगढ़-क्वारब सड़क में यातायात सुचारू है। हल्द्वानी-भीमताल-भवाली-धानाचु
एनएच के ईई बताया कि अल्मोड़ा-बागेश्वर सड़क खुली है। टनकपुर-चम्पावत-पिथौरागढ़ मार्ग बन्द है। बागेश्वर-बेरीनाग-पनार सड़क खोल दी गई है। मुख्य अभियन्ता लोनिवि ने बताया कि ऊधमसिंह नगर की सड़कें बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई हैं। उनकी मरम्मत की जाएगी। जिले में वर्तमान में यातायात सुचारू है। आयुक्त ने राज्य एवं आन्तरिक ग्रामीण मार्गों को प्राथमिकता से खोलने के निर्देश दिए। मुख्य अभियन्ता ने लोनिवि के सभी खंडों में क्षतिग्रस्त मार्गों को सुचारू करने को 20-20 लाख की धनराशि अवमुक्त करने का अनुरोध आयुक्त से किया।
मुख्य अभियन्ता पेयजल ने अवगत कराया कि अल्मोड़ा शहर में पेयजल सुचारू कर दिया गया है। नैनीताल जनपद के मुख्य शहरों में पेयजल सुचारू हो गया है। रामनगर शहर में शाम तक पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी। यूएसनगर में सारे पम्प सुचारू कर दिए हैं। रामगढ़ में पम्पिंग स्टेशन बह गया है। जिससे कई क्षेत्रों में पानी का संकट पैदा हो गया है। क्षेत्र में ग्रेविटी लाइन से पेयजल व्यवस्था की जा रही है। जहां-जहां पम्प हाउस बह गए हैं, उनके पुनर्निमाण में समय लगेगा। ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियन्ता ने बताया कि घाट स्थित 33 केवीए सब स्टेशन टूट गया है। जिसके चलते लोहाघाट-चम्पावत शहर में वैकल्पिक रूप से दूसरे फीडर से बिजली सुचारू कर दी गई है। नैनीताल जिले में 30 सब स्टेशनों में से 27 सब स्टेशन चालू हैं, जबकि ओखलकांडा, बेतालघाट, गरमपानी सब स्टेशन खराब हो गए हैं। यहां मरम्मत का कार्य प्रगति पर है। यहां वैकल्पिक व्यवस्था कर बिजली आपूर्ति सुचारू की जा रही है। जिस पर आयुक्त ने कहा कि अधिकारी स्वयं फील्ड में जाएं। कार्यों में ढ़िलाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्य अभियन्ता सिचाईं ने बताया कि अल्मोड़ा, बागेश्वर, चम्पावत, पिथौरागढ़ में नहरों के हैड व नहरें काफी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। पानी का लेवल कम होने पर मरम्मत कार्य शुरू होगा। क्षतिग्रस्त नहरों का प्राथमिक आंकलन किया है। अल्मोड़ा में 267 लाख, बागेश्वर में 115 लाख, पिथौरागढ़ में 7 करोड़ व चम्पावत में 221 लाख की क्षति का अनुमान है। ऊधमसिंह नगर में 9.58 करोड़ की नहरों की क्षति हुई है। किच्छा बैराज का गेट नम्बर 8 क्षतिग्रस्त हुआ है। आयुक्त ने नैनी झील के आसपास भू-कटाव का सर्वे कर तुरन्त रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बैठक में वन संरक्षक राहुल, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, निदेशक दुग्ध बीएल फिरमाल, प्रभागीय वनाधिकारी संदीप कुमार, आरटीओ राजीव मेहरा, उपनिदेशक अर्थसंख्या राजेन्द्र तिवारी, नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, निदेशक स्वास्थ्य कुमाऊं डॉ. शैलजा भट्ट, मुख्य अभियन्ता लोनिवि दीपक यादव, ओम प्रकाश, मुख्य अभियन्ता सिंचाई संजय शुक्ल के साथ ही पेयजल, मत्स्य, उद्यान, कृषि, बीएसएनएल, जीओ, वोडा-आइडिया आदि के अधिकारी मौजूद रहे।