उत्तराखंड का लाल विपिन सिंह सियाचिन में शहीद

पौड़ी। पाबौ ब्लाक के धारकोट निवासी विपिन सिंह ने देश के लिए अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया है। शहीद विपिन सिंह 57 बंगाल इंजीनियरिंग में थे और इन दिनों सियाचिन में तैनात थे। सियाचिन में पैर फिसलने से ग्लेशियर की चपेट में आने से वे रविवार को शहीद हो गए।
विपिन सिंह के शहीद होने की सूचना मिलने पर परिवार के साथ ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर बनी है। ग्राम प्रधान धारकोट यशवंत गुसांई ने बताया कि रविवार की दोपहर को विपिन सिंह के परिजनों को सैन्य अधिकारियों की ओर से सूचना मिली कि विपिन सिंह सियाचिन में शहीद हो गए है। बताया कि 24 साल के विपिन सिंह 4 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। उनके माता व पिता गांव में रहते है। पिता भी सेना से रिटायर्ड है। जबकि बड़ा भाई भी सेना में है और बड़े भाई का परिवार कोटद्वार में रहता है। बताया कि विपिन सिंह मार्च महीने में छुटटी आए थे। विपिन सिंह के शहीद होने की सूचना मिलने पर उसके माता-पिता का रो रोकर बुरा हाल है। साथ ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर बनी है। माता-पिता को ढांढस देने के लिए ग्रामीण शहीद के घर पहुंच रहे है। इधर, पौड़ी के डीएम डा. विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि पाबौ ब्लाक के धारकोट निवासी विपिन सिंह के शहीद होने की सूचना सैनिक मुख्यालय ने दी है। बताया कि शहीद का शव सोमवार शाम तक पैतृक गांव पहुंचने की उम्मीद है।