देहरादून। आईबीएम ने अपने कार्यान्वयन भागीदार द अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के साथ मिलकर अपने स्टेम फॉर गर्ल्स इंडिया (एसएफजीआई) प्रोग्राम के तहत इनोवेशन प्रोजेक्ट लॉन्च किया है। इस प्रोजेक्ट का लक्ष्य स्टूडेंट्स को स्टेम विषयों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। इनोवेशन प्रोजेक्ट के इस संस्करण में, आईबीएम और एआईएफ ने आज उत्तराखण्ड में 30 मेधावी स्टूडेंट्स को पीआईसीओ सैटेलाइट्स और ड्रोन्स विकसित करने का व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया।
इस आयोजन का उद्घाटन समग्र शिक्षा अभियान, उत्तराखण्ड के स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर (एसपीडी) बंशीधर तिवारी ने किया। इस अवसर पर आईबीएम में कॉर्पाेरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी के हेड मनोज बालाचंद्रन, स्टेम फॉर गर्ल्स प्रोजेक्ट् की लीड जसबीर कौर और एआईएफ में डिजिटल इक्वलाइजर की प्रोग्राम डायरेक्टर सुश्री संयुक्ता चतुर्वेदी उपस्थित थे। 2 दिन के इस आयोजन में स्टूडेंट्स ने ड्रोन्स, सिम्युलेशन और डिजाइन सॉफ्टवेयर को असेंबल किया और उनका इस्तेमाल पीआईसीओ सैटेलाइट्स को लॉन्च करने में किया। इन सैटेलाइट्स का इस्तेमाल पृथ्वी के वातावरण के विभिन्न मापदंडों के अवलोकन में होगा, जैसे वायु की गति, यूवी किरणें, जीपीएस, दाब और तापमान। चयनित स्टूडेंट्स ने प्रशिक्षण के वर्चुअल सत्रों में भाग लिया, ताकि प्रोजेक्ट् के अंतिम चरण के लिये देहरादून पहुँचने से पहले सैटेलाइट और ड्रोन टेक्नोलॉजी को समझने में मदद मिल सके।
तीन दिन के ओरिएंटेशन प्रोग्राम में उत्तराखण्ड के 5214 स्टूडेंट्स ने भाग लिया, जिसके बाद ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने के लिये 135 स्टूडेंट्स का चयन हुआ। चयनित स्टूडेंट्स ने वर्चुअल प्रशिक्षण के 13 सत्रों में भाग लिया। वहाँ उन्होंने सैटेलाइट्स, ड्रोन्स, एवियोनिक्स (वैमानिकी), स्ट्रक्चरल मैटेरियल्स के परिचालन के बारे में जाना और पेलोड के सिलेक्शन, इलेक्ट्रॉनिक पावर सिस्टम, डिजाइनिंग और एनालिसिस सॉफ्टवेयर पर ज्ञान लिया।