पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के दूसरे दिन उत्तम मार्दव धर्म दिवस मनाया गया 

देहरादून। पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के उत्तम मार्दव धर्म दिवस पर गांधी रोड जैन स्थित धर्मशाला में 108 मुनि विबुद्ध सागर जी एवम क्षुल्लक 105 समर्पण सागर जी महाराज के परम् सानिध्य में प्रातः 6.30 अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा, 108 दिवसीय णमोकार महामंत्र विधान का आयोजन किया गया। सायं 35 मिनट णमोकार मंत्र का पाठ, सामूहिक आरती एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रंृखला में जैन मित्र मंडल द्वारा प्रश्न मंच एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। जिसमें सभी जैन बंधुओं ने बढ़-चढ़कर का प्रतिभाग किया। 
मीडिया प्रभारी मधु सचिन जैन ने बताया कि आज भी नित प्रतिदिन की तरह 60 शहर के अन्य मंदिरों में भी पूजा प्रक्षाल बड़े हर्षाेल्लास और आनंद के साथ आयोजित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। जैन बंधु कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए इन पर्वों को भक्तिभाव से मना रहे हैं। साथ ही कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए प्रार्थना भी की जा रही है।
इस अवसर पर 108 श्री विबुद्ध सागर जी एवं 105 क्षुल्लक श्री समर्पण सागर जी ने पर्युषण पर्व के उत्तम मार्दव धर्म के दूसरे दिन बताया कि मार्दव धर्म आत्मा अर्थात् निजात्मा स्व-स्वरूप का धर्म है। जहाँ मृदु भाव या नम्रता नहीं है वहाँ धर्म भी नहीं है और वहाँ नियम, व्रत, तप, दान, पूजा इत्यादि जो मानव करता है विनय भाव के बिना सभी व्यर्थ गिनाया जाता है। और कहता है कि मैंने ऐसा किया जो भी किया मैंने किया अन्य कोई भी मेरे समान किया नहीं इस तरह कह कर जो मान कषाय करता है वह अपनी आत्मा को ठगता है और दुनियाँ को भी ठगाया समझना चाहिए। वस्तु शाश्वत नहीं है और न ही सुख प्रदान करने वाली है। अतः वस्तु का अहंकार करके गर्व से फूलना नहीं चाहिये। उस बलशाली रावण को याद करो कि तीन खण्ड का अधिपति था, उसने भी अहंकार के कारण अपने ही हाथों से अपना पतन किया और अपने जीवन को समाप्त किया। आगामी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए जैन भवन मंत्री संदीप जैन ने उत्तम आर्जव धर्म के दिन 12 सितंबर को सौरभ सागर सेवा समिति द्वारा प्रातः 10 बजे से वैक्सीनेशन कैंप लगाया जाएगा। जिसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोविशील्ड पहली अथवा दूसरी डोज, 18 से 45 वर्ष वाले लोगो को को-वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जाएगी। इस अवसर पर हर्ष जैन, (महामंत्री) आशीष जैन, अर्जुन जैन (संयोजक), अमित जैन, अजित जैन, नरेश चंद जैन, सुनील जैन, विशद जैन, प्रवीण जैन, अजय जैन, रमेश जैन, संगीता जैन, दीपक जैन, सचिन जैन, राजीव जैन, सार्थक जैन, रवि जैन, सुनीता जैन, आंचल जैन, संजय जैन, अलका जैन, महेंद्र जैन आदि लोग उपस्थित रहे।