तालिबान का दावा पंजशीर पर किया कब्‍जा

काबूल। पंजशीर में तालिबान और विरोधी गुट के बीच जंग रोकने को एनआरएफए ने सीजफायर की घोषणा की है। बताया जा रहा है कि अहमद मसूद तालिबान से वार्ता को राजी हो गए है। तालिबान को पंजशीर से वापस बुलाने की भी बात सामने आई है। काबुल। तालिबान ने पंजशीर पर कब्‍जे का दावा किया है। तालिबान के प्रवक्‍ता जबीहुल्‍ला मुजाहिद ने कहा है कि तालिबान ने रेजिसटेंस फोर्स के हाथों से पंजशीर का आखिरी इलाका भी जीत लिया है। सोशल मीडिया पर इसकी एक फोटो भी वायरल हो रही है, जिसमें तालिबान के आतंकी अपने नेताओं के साथ पंजशीर प्रोवेंशियल गवर्नर कंपाउंड के गेट पर खड़े हैं और उनके पीछे तालिबान का झंडा लगा हुआ नजर आ रहा है। फिलहाल इस बार में तालिबान विरोधी गुट के नेता अहमद मसूद की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
इससे पहले खबर आई थी कि पंजशीर में एनआरएफए ने संघर्ष विराम की घोषणा की है। इसकी घोषणा यहां से तालिबान की वापसी के आह्वान के बाद की गई है। आपको बता दें कि पिछले करीब दो सप्‍ताह से भी अधिक समय से तालिबान इस घाटी को अपने कब्‍जे में लेने के लिए अहमद मसूद और अफगानिस्‍तान के पूर्व उप राष्‍ट्रपति अमिरुल्‍लाह सालेह की संयुक्‍त फौज के साथ जंग कर रहा था।
रायटर के मुताबिक एनआरएफए के नेता अहमद मसूद ने पंजशीर घाटी में लड़ाई खत्म करने के लिए उलेमा परिषद के बातचीत के प्रस्ताव का स्वागत किया है। एनआरएफए के फेसबुक पेज पर मसूद ने लिखा कि शांति स्थापना के लिए फ्रंट तत्काल लड़ाई बंद करने के लिए तैयार है। साथ ही तालिबान भी पंजशीर और पड़ोसी अंदराब प्रांत में हमले बंद करे। उलेमा परिषद ने तालिबान से भी लड़ाई बंद करने की अपील की है। तालिबान और एनआएफए दोनों ही लगातार इस बात की घोषणा कर रहे थे कि उन्‍होंने इस लड़ाई में विरोधी गुटों के कई आतंकियों को जंग में मार गिराया है। तालिबान ने रविवार को ही कहा था कि उसने पंजशीर के कुछ जिलों पर कब्‍जा जमा लिया है। एनआरएफए की तरफ से यहां तक कहा गया था कि उन्‍होंने तालिबान के करीब 600 आतंकी मार गिराए हैं और एक हजार से अधिक आतंकियों ने सरेंडर किया है। अमेरिका सेना के एक जनरल ने यहां तक कहा है कि अफगानिस्‍तान के मौजूदा हालात देश को गृहयुद्ध की तरफ ले जा सकते हैं।