देहरादून। कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर की वजह से भारत में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर काफी बुरा असर हुआ है। स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर दबाव काफी बढ़ गया है और अधिकांश भारतीयों को इस समस्या से जूझना पड़ रहा है, साथ ही लॉकडाउन की समय-सीमा बढ़ाए जाने के कारण व्यापार ठप्प हो गया और लोगों की नौकरियां छूट गईं, जिससे उनका जीवन-यापन बेहद कठिन हो गया है। लोगों की मदद करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों, सरकार, एनजीओ और कॉरपोरेट्स द्वारा एकजुट होकर किए गए प्रयासों के बाद, हाल के हफ्तों में दूसरी लहर थम गई हैय ये सभी हालात को जल्द-से-जल्द पहले की तरह सामान्य बनाने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित एवं बेहद असुरक्षित समुदायों की मदद के लिए, दुनिया की अग्रणी वैश्विक सूचना सेवा कंपनी, एक्सपीरियन ने कर्मचारियों के लिए पैसे इकट्ठा करने वाले वैश्विक अभियान में एकजुट होकर सहायता के लिए कदम बढ़ाए। पैसे इकट्ठा करने वाले इस अभियान के माध्यम से कोविड-19 से प्रभावित समुदायों और महामारी से निपटने में बेहद असुरक्षित समुदायों की मदद करने वाले विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों (छळव्े) के लिए 5.5 करोड़ रुपये जुटाए गए। एक्सपीरियन ने कॉर्पोरेट अनुदान के माध्यम से इस अभियान में बराबर का योगदान दिया।
इस मौके पर नीरज धवन, मैनेजिंग डायरेक्टर, एक्सपीरियन इंडिया ने कहाः “आने वाले कल को सभी के लिए बेहतर बनाना ही एक्सपीरियन का मिशन है। महामारी की इस अवधि में एक्सपीरियन ने ’लोगों को प्राथमिकता देने’ के मूल-मंत्र को अपनाया दृ और इसके लिए कंपनी ने समुदायों की सहायता की, उपभोक्ताओं को सशक्त बनाया, कर्मचारियों के हितों की रक्षा की, तथा लोगों एवं व्यवसायों के लिए ऋण की उपलब्धता को सुविधाजनक बनाने की दिशा में प्रयास किए।