सपनों को तुम जीवन देते रहना भविष्य यही बनाते..

कितने सुंदर होते सपने,जब मन आँखों में
आते हैं,
आकर चुपके से हमें कभी, हंसाते कभी
रुलाते हैं।

कितना बदल गया है जीवन में,संबंधों का
लेखा जोखा
अब तो सपने भी डरते हैं और आने से
कतराते हैं।

आते जाते सपनो से, भले हमको कुछ न
मिलता हो
लेकिन सोचो तुम, सपने ही हमको को
कितना हर्षाते हैं।

कभी बोते थे सपनों में भविष्य की सुंदर
सुंदर फसलें
पुष्पित हो हमारे जीवन को जो खुश्बू से
महकाते थे

है आराधना यही मेरी, समय की इस
नई पीढ़ी से
सपनों को तुम जीवन देते रहना भविष्य
यही बनाते हैं।

–हेमचंद्र सकलानी