दो दिवसीय झलक ऐरा एक्जिबीशन चार अप्रैल से

-कोरोना वॉरियर अवार्ड एवं बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता का भी होगा आयोजन
– सूफी संगीत एवं ड्रम सर्किल से सजेगी शाम, कोविड गाइडलाइंस का रखा गया है पूरा ध्यान

देहरादून। दो दिवसीय झलक एरा प्रीमियल लाइफस्टाइल एक्जिबीशन चार व पांच अपै्रल को होटल मधुबन में होने जा रही है। इस दौरान कोरोना वॉरियर अवार्डस का भी अयोजन किया जा रहा है जिसमें लगभग 70 लोगों को सम्मानित किया जाएगा। इसी के साथ इस बार कई छोटी छोटी एक्टिविटी भी की जा रही है। इस दौरान कोविड गाइडलाइंस का भी पूरा ध्यान रखा गया है सभी बाहर से आने वाले एग्जिबिटर्स को अनिवार्य रूप से कोविड रिपोर्ट लाने को कहा गया है।
जानकारी देते हुए झलक एरा की ओनर मीनाक्षी अग्रवाल ने बताया कि झलक उत्तराखण्ड की सबसे बड़ी प्रीमियम लाईफ स्टाईल एक्जिबीशन है जो कि साल में दो बार आयोजित की जाती है। पिछले वर्ष कोविड के चलते इसका आयोजन नहीं किया जा सका था। मीनाक्षी ने बताया कि इस वर्ष झलक एक नए रंग में आयोजित हो रही है जिसमें समाज से जुडेघ् हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। दो दिवसीय इस  एक्जिबीशन में भारत वर्ष से एग्जिबिटर आ रहे है। कोविड गाइडलाइंस का भी पूरा ध्यान रखा गया है सभी बाहर से आने वाले एग्जिबिटर्स को अनिवार्य रूप से कोविड रिपोर्ट लाने को कहा गया है। एग्जिबिटर्स में अधिकांश महिलाएं है। यहां एक ही छत के नीचे आपको अपकी जरूरत का हर सामान मिल जाएगा। चाहे वह अफगानिस्तान का ड्राइफ्रूट हो या पंजाब की तिल्ले वाली जुत्तियां, आसाम की साड़ियां हो या पानीपत की चादरें और अन्य सामान। मीनाक्षी ने बताया कि दो दिवसीय इस  एक्जिबीशन में हर वर्ग का पूरा ध्यान रखा गया है। चार अप्रैल को सुबह बच्चों के लिए ड्राइंग प्रतियोगिता का अयोजन किया गया है और शाम में रंगारंग कार्यक्रम के साथ कोरोना वॉरियर्स का सम्मान समारोह रखा गया है। जिसमें लगभग 70 लोगांे को सम्मानित किया जा रहा है। मीनाक्षी ने बताया कि दूसरे दिन शाम को सूफी संगीत एवं ड्रम सर्किल का आयोजन  किया गया है। मीनाक्षी ने कहा कि अक्सर देखा गया है कि महिलाएं खरीदारी में बिजी होती है तो उनके बच्चे व पति बोर होते है इसलिए इस बार सभी के मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए सभी आयोजन किए गए है। यहीं नहीं खाने के स्टॉल भी लगाए जा रहे है जिससे किसी को यह परेशानी भी न हो। मीनाक्षी ने बताया कि दो दिवसीय इस  एक्जिबीशन में लगभग 70 स्टॉल लगाए जा रहे है जिसमें कुछ महिलाएं जो कि जरूरतमंद थी उनको मुफत में भी स्टॉल दिया गया है। यहां पर वे महिलाएं आती है जिनके पास अपनी दुकान नहीं है वे अपना सामान दूसरे शहरों में बेचने की इच्छुक रहती है।