हल्द्वानी। माहवारी एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। बावजूद इसके आज भी लाखों-करोड़ों महिलाओं को माहवारी को लेकर अनेक समस्याओं से जूझना पड़ता है। आज भी उनको स्वास्थ्य और इससे जुड़ी शिक्षा से वंचित रहना पड़ता है। कोरोना महामारी ने तो इस स्थिति को और बिगाड़ दिया है क्योंकि महामारी के कारण सुरक्षित पीरियड प्रोडक्ट्स और पीरियड्स के प्रति जागरूकता एवं शिक्षा तक लोगों की पहुंच और सीमित हो गई है। ब्रिटिश ब्यूटी ब्रांड द बॉडी शॉप ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए एक भारतीय गैर-लाभकारी संगठन क्राई चाइल्ड राइट्स एंड यू के साथ मिलकर एक प्रयास शुरू किया है ताकि पीरियड्स को लेकर जागरूकता बढ़े। पीरियड्स को लेकर होने वाली शर्म और इससे लड़कियों और महिलाओं पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को लेकर भी बात होगी। इस पार्टनरशिप के जरिये द बॉडी शॉप की कोशिश पीरियड्स को लेकर होने वाली चर्चाओं को सामान्य बनाने की है। साथ ही फंड्स के जरिये महामारी के दौरान माहवारी से जुड़ी शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाना है।
द बॉडी शॉप इंडिया की सीईओ, श्रिति मल्होत्रा ने कहा, “दुनिया की मुलभुत समस्याओं को हल करने की हमारी कोशिश ही हमारी ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है। फेमिनिज्म और महिला सशक्तीकरण पर हमारे मुख्य फोकस के साथ, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि महामारी ने पीरियड शेम और मासिक धर्म के दौरान आवश्यक सुविधाओं की कमी के गंभीर मुद्दे को और अधिक मुश्किल बना दिया है। हमारे देश में इससे जुड़े आंकड़े भयावह हैं और कोविड महामारी के बाद भारत में इस गंभीर मुद्दे पर चर्चा करना बेहद आवश्यक हो गया है। यह एक ऐसा परिवर्तन है, जिसका हम सभी हिस्सा बन सकते हैं – मासिक धर्म के बारे में ईमानदारी से बात करके और अपने आसपास के लोगों से इस बार में चर्चा करके तथा जरूरतमंदों को मासिक धर्म के दौरान जरुरी सुविधाएँ मुहैया करवाकर। शर्म-मुक्त मासिक धर्म, सुरक्षित मासिक धर्म उत्पाद और सटीक मासिक धर्म शिक्षा, यह सिर्फ महिलाओं से जुड़ा मुद्दा नहीं बल्कि मानवता से जुड़ा मुद्दा है। द बॉडी शॉप इंडिया की ब्रांड एंबेसडर श्रद्धा कपूर ने कहा, मुझे एक ऐसे मुद्दे के लिए आवाज उठाते हुए बेहद खुशी हो रही है, जो मेरे दिल के बहुत करीब है।