नई दिल्ली। पिछले साल महामारी के चलते लोग घरों में कैद रहे। नये साल में कोरोना से निजात की उम्मीदें थीं, लेकिन कोरोना के लगातार बढ़ते मामले संकट की तरफ इशारा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में निर्णायक कदम उठाने के लिए कहा। एंटीजन टेस्ट नहीं, आरटी-पीसीआर पर ही भरोसा करने को कहा। पिछले 15 दिनों में कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा तेजी आई है। महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है और बाकी राज्यों में भी ऐहतियात बरतने और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों पर एक नजर।
कोरोना से लंबे समय से जूझ रहे महाराष्ट्र में एक बार फिर हालात हाथ से बाहर जाते दिख रहे हैं। गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना के रिकार्ड तोड़ 25,833 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले 11 सितंबर 2020 को राज्य में एक दिन में सर्वाधिक 24,886 मामले दर्ज किए गए थे। राज्य में कोरोना से अब तक 53,138 मरीजों की मौत हो चुकी है। उधर देश भर में 102 दिन बाद 35,871 नए मामले सामने आए। इन मामलों के साथ अब तक संक्रमित होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 1,14,74,605 हो गई है। यह लगातार दूसरा दिन है जब महाराष्ट्र में 20 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। बुधवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 23,179 नए मामले दर्ज किए गए थे और 84 लोगों की मौत हुई थी। कोरोना की इस नई और बेहद तेज रफ्तार ने सरकार के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। उल्लेखनीय है राज्य में पिछले साल 17 मार्च को कोरोना से पहली मौत हुई थी। ठीक एक साल बाद 17 मार्च को राज्य में कोरोना से मौतों का आंकड़ा 53 हजार को पार कर गया। वहीं मध्य प्रदेश राज्य परिवहन प्राधिकरण ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर अस्थाई रूप से 20 मार्च से 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 24 घंटों में महाराष्ट्र के बाद केरल में 1,792 और पंजाब में 1,492 नए मामले सामने आए। देश में कुल नए मामलों में 79.54 फीसद हिस्सेदारी महाराष्ट्र समेत पांच राज्यों की है। वहीं राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम समेत 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना से बीते 24 घंटों में एक भी मौत नहीं हुई। इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा नए केस और मौतों के साथ महाराष्ट्र सबसे ज्यादा संक्रमित राज्यों की श्रेणी में अव्वल हो गया है। ज्यादातर नए केस मुंबई, नागपुर, पुणे इत्यादि से सामने आए हैं। चिंताजनक यह है कि रिकवरी रेट पहले के मुकाबले कम हुआ है। अब यह 92.21 से घटकर 91.26 हो गया है। नए केसों में 85 फीसद एसिंप्टोमैटिक है। एक तरफ देशभर में नए केस लगातार बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ पंजाब एकमात्र ऐसा राज्य है जहां दूसरे दौर के संक्रमण में मृत्यु दर पहले से ज्यादा है। पिछले हफ्ते पंजाब कोरोना से हुई मौतों के मामले में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है। गुजरात में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने आठ बडे़ शहरों में 10 अप्रैल तक स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिए हैं। विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी रद कर दी गई हैं। केवल 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं आयोजित होंगी। अहमदाबाद व सूरत में सार्वजनिक बस सेवा, गार्डन, जिम, जू आदि को बंद किया गया है और रात के कर्फ्यू की अवधि बढ़ा दी गई है। पड़ोसी राज्यों राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से लगती सीमाओं को सील कर दिया गया है।