बंशीधर भगतः तीरथ सिंह रावत मंत्रिमंडल में बंशीधर भगत के रूप में अनुभवी लेकिन वर्तमान में नया चेहरा सामने है। भगत पिछली भाजपा सरकारों में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। नए मंत्रिमंडल में शामिल होने से पहले भगत प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे। अध्यक्ष रहते हुए भगत को कांग्रेस अपने निशाने पर लेती रही है। मंत्री के रूप में उनकी नीतियों और कार्यशैली के विरोध का मौका मिलने तक भगत पर पुराने मुद्दों के आधार पर हमला करने की रणनीति पार्टी की है।
बिशन सिंह चुफालः तीरथ मंत्रिमंडल के दूसरे कद्दावर नए चेहरे बिशन सिंह चुफाल हैं। वरिष्ठ विधायक के रूप में चुफाल की नाराजगी को कांग्रेस अब तक भाजपा सरकार के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल करती रही है। अब मंत्री के रूप में चुफाल की उपस्थिति कांग्रेस के लिए परेशान करने वाली है।
गणेश जोशीः तीरथ सिंह रावत मंत्रिमंडल में नए चेहरे के तौर पर मसूरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक गणेश जोशी को मौका मिलने के बाद उनकी सियासी हैसियत में इजाफा हुआ है। इससे असहज दिख रही कांग्रेस को इस नई चुनौती से भी निपटना होगा। जोशी की पहचान उनके विधानसभा क्षेत्र में जुझारू विधायक की रही है।
स्वामी यतीश्वरानंदः हरिद्वार ग्रामीण सीट से दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को शिकस्त दे चुके स्वामी यतीश्वरानंद को पहले भी मंत्री पद के दावेदारों में शुमार किया जा रहा था। अब वह टीम तीरथ के नए सदस्य बने हैं। मंत्री बनने के बाद यतीश्वरानंद के रूप में कांग्रेस को बड़ी चुनौती से निपटना होगा।