मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र का इस्तीफा बीजेपी की नाकामी व भ्रष्टाचार को छुपाने की नौटंकी
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का इस्तीफा देना स्पष्ट है कि भाजपा कॉंग्रेस ने उत्तराखंड को मुख्यंत्रीयों की फैक्टरी बना दिया है। भारतीय जनता पार्टी खुद इसने 6 मुख्यमंत्री राज्य को दे चुका है। सांतवा देने जा रहा है। इसमें मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूरी दो बार मुख्यमंत्री बने। भाजपा की सबसे बड़ी उपलब्धि यही रही है। राज्य के लिये 42 शहादतें मातृ शक्ति का अपमान भाजपा के लिये कोई मायना नही रखता। हर मुख्यमंत्री भाजपा काल मे जनविरोधी निर्णयों और भ्रष्टाचार के कारण गया। इसकी परिणीति त्रिवेंद्र सिंह रावत भी बने।
राज्य के बने इन 20 वर्षो में भाजपा पूर्व से ही राज्य विरोधी व पहाड़ विरोधी रही है। राज्य पुनर्गठन विधेयक में 26 संशोधन राज्य विरोधी रहे है। राज्य की राजधानी से लेकर भाजपा सरकार का जुल्म आपजन के साथ साथ कर्मचारियों, बेरोजगारों और मातृ शक्ति को लाठी भाजनें का रहा है। अगला मुख्यमंत्री कोई भी हो लेकिन भ्रष्टाचार के आकंठ में पूरी भाजपा डूबी है। आगामी विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा की ताबूत पर कील ठोककर इतिश्री करेगी। उक्रांद भाजपा कॉंग्रेस के इन 20 वर्षों के काले कारनामों को जनता के बीच ले जाकर उजागर के साथ साथ जनता को लामबद्ध करेंगी। कुम्भ को 12 वर्ष की जगह 11वें वर्ष में आयोजित करने की साजिश का हो खुलासा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि प्रियंका गाँधी बने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षः-आचार्य प्रमोद कृष्णम।