देहरादून। बेटी पहले सेवा करने के वादा कर बुजुर्ग माता-पिता को घर ले आई, लेकिन बाद में उन्हें मारपीट कर निकाल दिया। उसने अपने भांजे के साथ मिलकर धोखे से बुजुर्ग माता-पिता का मकान भी दान में लिखवा लिया। यही नहीं आरोप है कि उसने माता-पिता के 23 लाख रुपये भी हड़प लिए। बुजुर्ग महिला की शिकायत पर पुलिस ने उनकी बेटी और नाती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पटेलनगर क्षेत्र के कृष्णा विहार निवासी 62 वर्षीय अमृत कौर ने पुलिस को बताया कि उनकी छोटी बेटी हरजीत की शादी डोईवाला में हुई थी। उसके पति ने 2017 में आत्महत्या कर ली थी। अमृत कौर ने उसे 2017 में ही हर्रावाला में 27 लाख रुपये में जमीन बेची थी। यह पैसा उसके घर पर ही रखा हुआ था। आरोप है कि इस पैसे पर हरजीत की नजर थी। एक दिन वह उनके पास आई और किसी सोसाइटी में जमा कराने के नाम पर 11 लाख रुपये ले गई। कहा कि इसका ब्याज वह हर महीने देती रहेगी।
इसके कुछ दिन बाद हरजीत माता-पिता को सेवा के लिए अपने घर डोईवाला ले गई। लेकिन, यहां एक महीने बाद ही उसने दोनों को मारपीट कर निकाल दिया। इस बीच उसने कुछ कागजात पर उनके हस्ताक्षर भी कराए थे। वे दोनों फिर पटेलनगर वाले मकान में ही रहने लगे। बीते अगस्त महीने में हरजीत उनके घर आई और कहने लगी कि यह मकान उसके नाम हो गया है। उसके साथ उनका नाती अमन भी था। इसके बाद महिला ने अपने एक परिचित के माध्यम से रजिस्ट्रार ऑफिस से जानकारी ली तो पता चला कि यह मकान उसकी बेटी ने धोखे से दान में लिखवा लिया है। इस मामले में हरजीत और उसके भांजे (वृद्धा का नाती) के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बुजुर्ग महिला ने पुलिस को बताया कि हरजीत जो 11 लाख रुपये जमा कराने के लिए ले गई थी, उनमें से छह लाख रुपये ही उसने उनके नाम पर जमा किए। जबकि, पांच लाख रुपये उसने अपनी बेटी के नाम कर दिए थे। यह सब पैसे भी उसने धोखाधड़ी कर निकाल लिए। यही नहीं पिता के खाते से भी 12 लाख रुपये धोखाधड़ी कर निकाल लिए।