-भौतिक विज्ञान में नवीनतम प्रगति पर 6वां राष्ट्रीय सम्मेलन (NCRAPS-2025)
देहरादून: NCRAPS2025 का 6वां संस्करण DIT विश्वविद्यालय, देहरादून और NIT उत्तराखंड द्वारा MRSI, दिल्ली चैप्टर और IDST DRDO के सहयोग से आयोजित किया गया। सम्मेलन की उद्घाटन सत्र की शुरुआत DIT विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) जी. रघुरामा द्वारा की गई। उन्होंने मुख्य अतिथि, डॉ. हरेंदर सिंह बिष्ट, IIP, देहरादून का स्वागत करते हुए मौलिक अनुसंधान के महत्व पर अपने अमूल्य विचार साझा किए। कुलपति ने NCRAPS-2025 के संयोजक डॉ. जोगेंद्र कुमार एवं पूरी आयोजन समिति को युवा शोधकर्ताओं को एक ही मंच पर लाने के उनके अथक प्रयासों के लिए बधाई दी।
मुख्य अतिथि डॉ. बिष्ट ने अपने संबोधन में अंतरविषयक अनुसंधान के महत्व पर जोर दिया और DIT विश्वविद्यालय को भौतिकी, रसायन विज्ञान एवं गणित के क्षेत्रों में सेतु का कार्य करते हुए इस सम्मेलन के आयोजन के लिए सराहा। अतिथि सम्मान में उपस्थित डॉ. चंद्र प्रकाश पांडे, पूर्व DRDO वैज्ञानिक, ने MRSI, दिल्ली चैप्टर एवं IDST DRDO की भौतिकी अनुसंधान को बढ़ावा देने में भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला।
स्कूल का फिजिकल साइंसेज के डीन, प्रो. नरेश एम. चड्ढा ने आगंतुकों, प्रतिभागियों एवं वक्ताओं का स्वागत करते हुए बताया कि इस वर्ष 145 पेपर प्रस्तुतियाँ, 8 कीनोट टॉक्स एवं 34 आमंत्रित व्याख्यान आयोजित किए गए हैं। देश भर के 56 प्रतिष्ठित संस्थानों में केंद्रीय विश्वविद्यालय, IIT, NIT (BHU, रुड़की, राउरकेला, उत्तराखंड, मणिपुर, सिलचर, जलंधर) और दिल्ली विश्वविद्यालय समेत कई प्रमुख संस्थान से सहभागिता देखने को मिली।
NIT उत्तराखंड के प्रो. धर्मेंद्र त्रिपाठी ने NCRAPS के पिछले सभी संस्करणों का अवलोकन प्रस्तुत करते हुए DIT विश्वविद्यालय के साथ सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी बताया कि NCRAPS-2025 में प्रस्तुत चयनित लेखों को SCIE एवं SCOPUS-सूचकांकित जर्नलों में विशेष अंक के रूप में और SPRINGER सम्मेलन प्रोसीडिंग्स के अध्याय के रूप में प्रकाशित किया जाएगा।
उद्घाटन सत्र का समापन डॉ. जोगेंद्र कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने NIT उत्तराखंड, MRSI, दिल्ली चैप्टर एवं IDST DRDO के सहयोग एवं संघ का आभार व्यक्त किया। उन्होंने DRDO, नई दिल्ली, ANRF, नई दिल्ली, UCOST उत्तराखंड एवं SSD जैसी वित्त पोषण एजेंसियों के उदार समर्थन के लिए भी धन्यवाद अर्पित किया। साथ ही, DIT विश्वविद्यालय के प्रबंधन एवं प्रशासन, सह-संयोजक प्रो. जग्रति साहारिया (NIT उत्तराखंड) तथा आयोजन सचिव डॉ. परवीण कुमार (DIT विश्वविद्यालय) के सहयोग और योगदान की सराहना की गई। उद्घाटन समारोह में विभिन्न निदेशक, डीन, विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस सम्मेलन की शैक्षिक महत्ता को और प्रबल किया। NCRAPS-2025 ने भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान और सहयोग को बढ़ावा देने का एक आदर्श मंच प्रस्तुत किया, जो आने वाले दिनों में भी इसी तरह की वैज्ञानिक प्रगति और इंटरडिसिप्लिनरी संवाद को प्रोत्साहित करेगा।