-प्रत्याशियों ने शुरु किया प्रचार अभियान
-निकाय अध्यक्ष पद पर 514 और वार्ड सदस्य पद पर 4,885 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
देहरादून। उत्तराखंड में निकाय चुनाव के प्रत्याशियों ने प्रचार अभियान तेज कर दिया है। प्रत्याशियों ने मतदाताओं को लुभाना शुरु कर दिया है।
राज्य में नगर निकाय चुनाव में 5,399 प्रत्याशी चुनावी मैदान हैं, इनमें निकाय अध्यक्ष पद के लिए 514 प्रत्याशी और पार्षद/सभासद पद के लिए 4,885 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। नामांकन पत्रों की जांच के दौरान 205 नामांकन पत्रों को खारिज किया गया। इसके साथ ही 782 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस लिया। 47 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित किए जा चुके हैं, सिंबल आवंटित होने के बाद प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। उत्तराखंड में 100 नगर निकायों पर चुनाव हो रहे हैं। इसमें 11 नगर निगम, 43 नगरपालिका परिषद और 46 नगरपंचायतें शामिल हैं। प्रदेश के 11 नगर निगमों के मेयर पद के लिए 72 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जबकि पार्षद पद के लिए 2009 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इसी तरह, 43 नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए 211 प्रत्याशी और नगर पालिका सदस्य यानी सभासद पद के लिए 1596 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। इसके अलावा, 46 नगर पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए 231 प्रत्याशी और नगरपंचायत सदस्य यानी सभासद पद के लिए 1280 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
नगर स्थानीय निकाय निर्वाचन के तहत नाम वापसी के दिन नगर प्रमुख नगर निगम के 25 नाम, सभासद नगर निगम के 217 नाम, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद के 51 नाम, सदस्य नगर पालिका परिषद के 218 नाम, अध्यक्ष नगर पंचायत के 57 नाम, सदस्य नगर पंचायत के 214 नाम वापस लिए गए है। यानी नगर प्रमुख/अध्यक्ष के 133 नाम और पार्षद/सभासद के कुल 649 नाम वापस लिए गए। इस चुनाव में कुल 47 सीटों के लिए प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं। इनमें 1 अध्यक्ष नगरपालिका परिषद, 2 अध्यक्ष नगरपंचायत, 14 सभासद नगरनिगम, 20 सदस्य नगरपालिका परिषद और 10 सदस्य नगरपंचायत शामिल हैं।
प्रत्याशियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में जोर-शोर से प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशी जहां अपने दल की नीतियों और विकास योजनाओं को लेकर मतदाताओं के बीच जा रहे हैं, वहीं निर्दलीय प्रत्याशी अपने व्यक्तिगत प्रभाव और स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता दे रहे हैं। नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी प्रमुख दलों के रूप में चुनाव मैदान में हैं। भाजपा ने अपनी उपलब्धियों और सरकार की विकास योजनाओं को केंद्र में रखा है, जबकि कांग्रेस बेरोजगारी, महंगाई, और स्थानीय मुद्दों को भुनाने की कोशिश कर रही है। आम आदमी पार्टी ने स्वच्छ और पारदर्शी प्रशासन का वादा करते हुए मतदाताओं को लुभाने की रणनीति अपनाई है। चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी भी बड़ी संख्या में हैं। ये प्रत्याशी मुख्य रूप से स्थानीय मुद्दों और व्यक्तिगत लोकप्रियता के बल पर चुनावी मैदान में अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं।
देहरादून जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष पद के लिए 35 उम्मीदवार और पार्षद/सभासद पद के लिए 780 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। हरिद्वार जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 121 और पार्षद/सभासद के लिए 1147 प्रत्याशी चुनावी रण में हैं। उधमसिंहनगर जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 92 व पार्षद/सभासद के लिए 897 प्रत्याशी चुनावी रण में हैं। नैनीताल जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 36 और सभासद/सदस्य पद के लिए 496 प्रत्याशी मैदान में हैं। टिहरी में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 34 और सभासद/सदस्य के लिए 186 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। पौड़ी जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 27 और सभासद/सदस्य के लिए 396 प्रत्याशी चुनावी रण में हैं। उत्तरकाशी जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 23 और सभासद/सदस्य के लिए 120 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। पिथौरागढ़ जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 32 और सभासद/सदस्य के लिए 253 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। चमोली जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 43 और सभासद/सदस्य के लिए 176 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
अल्मोड़ा जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 25 और सभासद/सदस्य के लिए 211 प्रत्याशी मैदान में हैं। चंपावत में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 20 और सभासद/वार्ड सदस्य के लिए 105 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। रुद्रप्रयाग जिले में नगर प्रमुख/अध्यक्ष पद के लिए 16 और सभासद/सदस्य के लिए 61 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। बागेश्वर में नगर प्रमुख/अध्यक्ष के लिए 10 और सभासद/सदस्य पद के लिए 57 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान 23 जनवरी को होगा। सभी जिलों में मतदान केंद्रों पर निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए निर्वाचन आयोग ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। चुनाव परिणाम 25 जनवरी को घोषित किए जाएंगे।