विकासनगर। देश के पहले रिजर्व आसन वेटलैंड में 41 प्रजातियों के 4250 प्रवासी परिंदे इन दिनों अठखेलियां कर रहे हैं। चकराता वन प्रभाग की ओर से शुक्रवार को प्रवासी परिंदों की स्थानीय स्तर पर गणना की गई। वन प्रभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि दिसंबर के अंत तक परिंदों की संख्या पांच हजार के पार हो जाएगी।
प्रवासी परिंदों की गणना करने वाली टीम का नेतृत्व करने वाले चकराता वन प्रभाग के पक्षी विशेषज्ञ एवं वन दरोगा प्रदीप सक्सेना ने बताया कि वेटलैंड में परिंदों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को वन प्रभाग की ओर से लोकल गणना की गई है। जिसमें 4250 परिंदों की मौजूदगी दर्ज की गई है। बताया कि अधिकांश परिंदे यूरेशिया से आए हैं, साईबेरिया से आने वाले परिंदों की संख्या अधिक है।
देश के पहले कंजरवेशन रिजर्व आसन वेटलैंड को दो साल पूर्व रामसर साइट पर स्थान मिला है। उत्तराखंड के पहले रामसर साइट आसन वेटलैंड की अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बढ़ गयी है, जिसके चलते अब प्रवासी परिंदों के प्रवास का महत्व और बढ़ गया है। आसन वेटलैंड में अक्तूबर से प्रवासी परिंदे उत्तराखंड के मेहमान बनने शुरू हो गए थे। सबसे पहले रुडी शेलडक यानि सुर्खाब, कामन पोचार्ड, कामन कूट और ग्रे लेग गीज चार प्रजातियों के परिंदों ने आसन वेटलैंड में डेरा डाला था। वर्तमान में आसन वेटलैंड में 41 प्रजातियों में नार्दन शावलर, ग्रे हेरोन, पर्पल हेरोन, वूली नेक्टड स्ट्राक, स्पाट बिल्ड डक, कामन कारमोरेंट, लिटिल इ ग्रेट, ोकगफिशर, व्हाइट ब्रेस्टेड वाटर हेन, कामन मोरहेन, इंडियन कारमोरेंट, रेड नेप्ड आइबीज, काम्ब डक, गेडवाल, कामन टील, स्पाट बिल्ड डक, लिटिल इग्रेट, कामन टील, पाइड ोकगफिशर, रेड शंक, ग्रीन शंक, ब्लैक ोवग्ड स्टिल्ट, रुडी शेलडक, ग्रे लेगगूज, कामन कूट, कामन पोचार्ड, ग्रेट कारमोरेंट, रीवर लैोपग, रेड वेटेल्ड लेोपग, नाइट हेरोन, नार्दन पिनटेल आदि परिंदे प्रवास पर हैं। चकराता वन प्रभाग के रेंजर राजेंद्र प्रसाद हिंगवाण ने बताया कि प्रवासी परिंदों की सुरक्षा के लिए वन कर्मी दिन रात गश्त कर रहे हैं।
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