देहरादून। आर्मी कैडेट कॉलेज (एसीसी) से ग्रेजुएट हुए 31 कैडेटों को शुक्रवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में डिग्री प्रदान की गई। आईएमए के कमांडेट ले. जनरल हरिंदर सिंह ने कैडेटों को जीवन में नए मुकाम हासिल करने के लिए जोश भरा। आईएमए के खेत्रपाल सभागार में एसीसी विंग की ग्रेजुएशन अवार्ड सेरेमनी हुई। इन युवाओं ने तीन वर्ष तक कॉलेज में कड़ी मेहनत और शारीरिक अभ्यास कर यह डिग्री हासिल की। इन्हें जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) नई दिल्ली की ओर से डिग्री मिली। ग्रेजुएशन सेरेमनी में डिग्री पाने वाले 31 कैडेटों में 11 साइंस स्ट्रीम और 20 मानविकी स्ट्रीम में स्नातक हुए हैं।
अकादमी के कमांडेंट ले. जनरल हरिंदर सिंह ने सभी कैडेटों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह डिग्री आपके कॅरियर में एक प्रमुख उपलब्धि है। यह पेशेवर जीवन के पहली सीढ़ी है, लेकिन महत्वपूर्ण चरण भी है। उन्होंने कहा कि आर्मी कैडेट कॉलेज के कई पूर्व कैडेटों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने सर्वोच्च वीरता पुरस्कार जीते हैं। परमवीर चक्र, अशोक चक्र, भारतीय सैन्य अकादमी के प्रतिष्ठित अवॉर्ड इसमें शामिल हैं। वहीं उच्च रैंक तक पहुंचने में भी सफल हुए हैं। उन्होंने इस परंपरा को आगे बढ़ाने की अपील की। एसीसी विंग के कमांडर ब्रिगेडियर शैलेश सती ने छात्रों की उपलब्धियां बताई। इस दौरान उन्होंने कोरोना के चलते सामने आई चुनौतियों का भी जिक्र किया। कहा कि कोरोना कॉल के बावजूद इन युवाओं ने शानदार उत्कृष्ठता दिखाई।
चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ पदकः स्वर्ण पदक-विंग कैडेट कैप्टन अतिन थापा, रजत पदक- विंग कैडेट क्वार्टर मास्टर सतबीर सिंह व कांस्य पदक-विंग कैडेट एडजुटेंट साहिल ठाकुर को मिला। कमांडेंट के रजत पदकः सर्विस विषय में प्रथम-कंपनी कैडेट कैप्टन अनमोल गुरुंग, मानविकी स्ट्रीम में प्रथम-कंपनी क्वार्टर मास्टर सरजेंट सिंह अतुल प्रताप, साइंस स्ट्रीम में प्रथम- प्लाटून कैडेट कमांडर साहिल वर्मा व कमांडेंट बैनर- कारगिल कंपनी को मिला। आईएमए कमांडेंट ने तजाकिस्तान के तीन कैडेटों के कंधों पर स्टार लगाए। यह एडवांस कोर्से के लिए यहां रहेंगे।