उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम में पिछले 24 घण्टे में हृदय गति रुकने से तीन तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। तीनों यात्रियों की उम्र 60 साल से ज़्यादा बताई गई है। ये तीनों यात्री राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे, जो चारधाम की यात्रा पर निकले हुए थे और यमुनोत्री धाम दर्शन के लिए जा रहे थे। इन मौतों के बाद प्रशासनिक विभागों में खलबली मची है और यमुनोत्री धाम के पैदल पड़ाव में ऑक्सीजन व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के आदेश जिला स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं।
आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम की यात्रा के पहले दिन मंगलवार को पैदल मार्ग पर तीन तीर्थयात्रियों की मौत हृदय गति रुकने से हुई. मृतकों में दो पुरुष व एक महिला तीर्थयात्री शामिल है। यूपी के सिद्धार्थ नगर निवासी अनुरुद्ध प्रसाद जायसवाल (65) की मौत यमुनोत्री मंदिर के पुल के पास, राजस्थान के डूंगरपुर निवासी कैलाश चौबीसा (63) की मौत भैरव मंदिर के पास, मप्र के जबलपुर निवासी शकुन परिहार (63) की मौत भनियालीगाड़ के पास हुई।
बताया गया है कि मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। पटवाल ने बताया कि तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करवा लेने की हिदायत दी जा रही है। वहीं, ज़िला प्रशासन ने यात्रियों से अपील की हृदय रोगों के मरीज़ जोखिम न लें और रुक रुककर सफर करें। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। चारधाम यात्रा टिहरी ज़िले से भी होकर गुज़रती है। इसलिए रूट पर पड़ने वाले अस्पतालों में दवाइयों से लेकर इलाज तक की व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। विभाग द्वारा यात्रा रूट पर बोर्ड लगाए गए हैं, जिन पर डॉक्टरों के नंबर भी लिखे हैं। सीएमओ डॉ संजय जैन ने कहा कि ज़िले के एंट्री प्वाइंट मुनीकिरेति में मेडिकल कैंप बनाए गए हैं और यात्रा रूट के अस्पतालों में डॉक्टर व स्टाफ को 24 घंटे तैनात रहने को कहा गया है।
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