सुपौल: सुपौल जिले के भीमनगर स्थित बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की 12वीं एवं 15वीं बटालियन में ट्रेनिंग के लिए आए 200 से अधिक जवान फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए हैं। जिसके बाद सभी प्रशिक्षु जवानों को वीरपुर के अनुमंडलीय अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। रविवार की रात 10:00 बजे तक बीमार प्रशिक्षुओं की तादाद लगातार बढ़ती ही जा रही है। समाचार प्रेषण के समय तक अनुमंडलीय अस्पताल वीरपुर जवानों का आने का सिलसिला जारी है। वही अनुमंडलीय अस्पताल में अचानक इतनी बड़ी संख्या में मरीजों के पहुंचने से डॉक्टर सहित स्वास्थ्य कर्मियों में भी अफरातफरी का माहौल है।
बताया जा रहा है कि रविवार की दोपहर के भोजन के बाद सभी की तबियत बिगड़नी शुरू हुई है। भोजन के बाद सभी जवान आराम करने चले गए थे। लेकिन कुछ देर बाद जवानों को उलटी और दस्त हो गया। इसके बाद देर शाम से बीएमपी प्रशिक्षण केंद्र की गाड़ियों से जवानों को वीरपुर अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया जाने लगा। रात 10:00 बजे तक लगभग 200 से अधिक जवान अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाए जा चुके हैं। वही हालात की गंभीरता को देखते हुए वीरपुर एसडीएम नीरज कुमार और भीमनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने भी मौके पर पहुंच कर जवानों से उनका हाल चाल जाना। वीरपुर एसडीएम के अलावा एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार भी अनुमंडलीय अस्पताल में कैंप कर रहे हैं। जबकि डॉ मृणाल कांत की देखरेख में जवानों का उपचार जारी है।
अनुमंडलीय अस्पताल में उपचार के दौरान मात्र एक चिकित्सक होने की वजह से बीमार होने की संभावना से अस्पताल पहुंचे बीएमपी प्रशिक्षुओं ने अचानक हंगामा शुरू कर दिया। जवानों का कहना था कि इतने बड़े अस्पताल में मात्र एक चिकित्सक द्वारा ईलाज किया जा रहा है। ऐसे में सभी का इलाज होते होते सुबह हो जाएगा और इतने समय में किसी की जान भी जा सकती है। वहीं इसी क्रम में कई जवानों ने अस्पताल में दवा की उपलब्धता नहीं होने की भी शिकायत की।
इधर, वीरपुर एसडीएम नीरज कुमार ने बताया कि मामला प्रथम दृष्टया फूड प्वाइजनिंग का प्रतीत हो रहा है। फिलहाल हालत पर नजर रखी जा रही है। मैं अभी अस्पताल में ही बना हुआ हूं। वही एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार ने बताया कि 8 से 10 जवान गंभीर स्थिति के कारण भर्ती हुए हैं। बांकी करीब 200 जवानों ने एहतियातन जांच कराई है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। बताया कि मामला बीएमपी कैंप परिसर का है, लिहाजा जवानों के बीमार पड़ने से संबंधित कोई भी कार्रवाई वरीय अधिकारियों के निर्देश पर सुनिश्चित की जाएगी।
बीमार जवानों की भीड़ के बीच एक प्रशिक्षु जवान मुकेश कुमार ने बताया कि लगातार ट्रेनिंग के दौरान खाना खराब मिल रहा था। वही खाने को लेकर लगातार जवानों द्वारा विरोध किया जा रहा था। लेकिन अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिसके कारण आज खाना के बाद ट्रेनिंग कर रहे जवानों की तबियत बिगड़ने लगी और इस दौरान ज़ब वहाँ जवान पहुंचे तो खाना बनाने की जगह पर सल्फास की पुड़िया देखी गई। इधर, जवान राघव कुमार ने भी खाना बनाने वाली जगह से सल्फास की पुड़िया बरामद होने की बात कही है। साथ ही खाना बनाने में लापरवाही का आरोप लगाया है।
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