विकासनगर। पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ की चार सूत्रीय मांगों में से तीन मांगें माने जाने के बाद पिछले 17 दिनों से चली आ रही कलमबंद हड़ताल और धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया है। राजस्व कर्मी अब राजस्व से संबंधित सभी कार्य करेंगे, लेकिन पुलिस कार्यों का बहिष्कार जारी रहेगा।
पिछले 17 दिनों से राजस्व कर्मचारी कलमबंद हड़ताल कर कालसी तहसील कार्यालय पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। कालसी, चकराता और त्यूणी तहसील के समस्त राजस्व निरीक्षक, उप राजस्व निरीक्षक और राजस्व सेवकों की हड़ताल के चलते जौनसार बावर की पटवारी चौकियों पर ताले लटक रहे थे। जिससे जौनसार बावर में लोग परेशान थे। जौनसार बावर में जहां कानून व्यवस्था पूरी तरह से लड़खड़ा गयी थी, वहीं राजस्व से संबंधित कार्य ठप पड़े थे। लोगों के विभिन्न प्रमाण पत्र, खतौनी की नकल, जाति प्रमाण पत्र आदि के सारे काम ठप पड़े थे। खासकर युवाओं को भारी दिक्कत हो रही थी। विभिन्न सरकारी विभागों में इन दिनों रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है। जिसमें जाति, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र की आवश्यकता होने के कारण युवाओं को प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहे थे। हड़ताल स्थगित होने से जौनसार बावर की तीनों तहसीलों के लोगों को अब लाभ मिल सकेगा। उधर, पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, उपनिरीक्षक व राजस्व सेवक संघ के जिलाध्यक्ष जयालाल शर्मा ने बताया कि चार सूत्रीय मांगों में तीन मांगों पर सहमति बन गयी है। जिसके चलते हड़ताल को स्थगित कर दिया है। लेकिन प्रमुख मांग समान कार्य के लिए समान वेतन पर अब भी सहमति नहीं बनी है। कहा कि इस मांग को जब तक स्वीकृत नहीं किया जाता है तब तक राजस्व कार्य तो करेंगे, लेकिन पुलिस कार्यों का बहिष्कार जारी रहेगा।