आकाश इंस्टीट्यूट के 1,656 छात्र नेशनल साइंस ओलंपियाड (एनएसओ) में उत्तीर्ण हुए

-3 आकाशियन्स ने अंतर्राष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीते और 15 छात्रों ने जोनल रैंक 1 हासिल किया

देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले संस्थानों में देश भर में अग्रणी आकाश इंस्टीट्यूट के 1,656 छात्रों ने प्रतिष्ठित नेशनल साइंस ओलंपियाड (एनएसओ) परीक्षा पास किया। भारत और विदेशों में स्कूली छात्रों के बीच वैज्ञानिक प्रतिभा को पहचानने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष एनएसओ परीक्षा आयोजित की जाती है। 1,656 छात्रों में से, 3 आकाशियन्स को अंतर्राष्ट्रीय स्वर्ण पदक और 12 को जोनल रैंक 1 हासिल करने का गौरव प्राप्त हुआ है, जो कि आकाश में परीक्षण की तैयारी की गुणवत्ता का उदाहरण है। वे हैं-बेंगलुरु से (कक्षा -09) की इशिका भुइन, भोपाल से मनन खंडेलवाल (कक्षा -10) तथा मेघा चबदा (कक्षा -10),आकाश संस्थान के दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम (डीएलपी) के छात्र हैं।
तीन स्वर्ण पदकों के अलावा,12 और आकाशियन्स ने पूरे भारत में जोनल रैंक 1 हासिल किया है,जिनमें से 7 कक्षा- प्ग् से हैं, कोलकाता के सौकर्या भट्टाचार्य, मुंबई से देवदीप दत्ता,आकाश लाइव से मैनाक मैती, त्रिशूर से आदित्यन के, बिलासपुर से अवनीश पांडे, तिरुचिरापल्ली से जीवन प्रणव डी और मैसूर से मेघना हजारीय 4 कक्षा दस से हैं, कोच्चि से हैं दीया मरियम जॉर्ज, हैदराबाद से मोहर कांति विश्वास और प्रीतम सिद्धार्थ कोल्लाबाथुला और चेन्नई से शाइस्ता फरहीन एस और कक्षा ग्प् से कोलकाता की दिब्या प्रसन्न राणा है। आकाश इंस्टीट्यूट से 2018-19 में, 791 छात्रों ने परीक्षा क्लीयर की थी, 2019-20 में 800 छात्रों ने परीक्षा क्लीयर की,  जो कि वर्ष 2020-21 के लिए हाल ही में घोषित परिणाम में दोगुनी अर्थात 1,656 हो गई है, जिससे आकाश में परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। प्रभावशाली परिणामों पर छात्रों को बधाई देते हुए, आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर, आकाश चैधरी ने कहारू “हमें अपने छात्रों पर बहुत गर्व है जिन्होंने इस कठिन परिस्थिति में भी अनुकरणीय परिणाम हासिल किये हैं। हम अपने उन सभी छात्रों को बधाई देना चाहेंगे जिन्होंने छैव् की परीक्षा 2020-21 उत्तीर्ण की है। हम उनके  माता-पिता को भी उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहेंगे। इसकी सफलता का श्रेय हमारे छात्रों और विभाग द्वारा किये गए कठिन परिश्रम एवं संस्थान में परीक्षण की तैयारी की गुणवत्ता को जाता है। मैं उनके भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। ”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *