देहरादून। अखिल गढ़वाल सभा कार्यालय में शोक सभा आयोजित की गई। शोक सभा में उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार व पूर्व दर्जाधारी राज्य मंत्री स्वर्गीय घनानंद गगोड़िया जी के असमय निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की गई। सभा अध्यक्ष रोशन धस्माना ने कहा कि घनानंद जी ने अपने हास्य कौशल से उतराखण्डी सांस्कृतिक मंचों पर अपना व हास्य प्रस्तुतियों का एक अभिन्न व अटूट स्थान बना लिया था। साहित्य ,कला संस्कृति परिषद के उपाध्यक्ष के रूप में आपने प्रदेश की संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया। अखिल गढ़वाल सभा से उनका विशेष नाता रहा। महासचिव गजेंद्र भंडारी ने कहा रामलीला के मंच से शुरुआत करके घनानंद जी अंतराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड की भाषा को अपने हास्य कि विधा से ले गए। प्रवक्ता अजय जोशी ने कहा कि सबको सदियों तक सदा हंसाने वाले घनानंद जी जाते हुए सबको रुला के चले गए। उपाध्यक्ष निर्मला बिष्ट ने कहा कि वे गढ़वाली भाषा की मिठास से और अपने सरल लेकिन हास्यप्रधान अंदाज़ से मंच और दर्शकों को घंटों तक बांधे रखते थे। उनका जाना सांस्कृतिक मंचों के लिए एक अपूरणीय क्षति है। सांस्कृतिक सचिव उदय शंकर भट्ट ने कहा कि उनकी प्रस्तुतियां और योगदान अमर रहेगा।