देहरादून। स्वीडेन के राजा कार्ल ग्टप् गुस्ताफ और रानी सिल्विया 2-6 दिसंबर तक राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के न्योते पर भारत के राजकीय दौरे पर होंगे।
राजकीय दौरे का मकसद स्वीडेन और भारत संबंध को प्रगाढ़ बनाना है और स्वीडेन-भारत सहयोग को बढ़ावा देना है। संयुक्त कार्य योजना, इनोवेशन पार्टनरशिप और मौजूदा सहमति करार के तहत ये प्रयास किए जाएंगे। यह दौरा भारत के तीव्र विकास में मुख्य साझेदार बनने के लिए स्वीडेन की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इसके अतिरिक्त स्वीडेन जलवायु परिवर्तनध् पर्यावरण, इन्फ्रास्ट्रक्चर, शोध और स्वास्थ्य जैसी आम चुनौतियों में भारत का साथ देने को प्रतिबद्ध है। इस दौरे से स्वीडेन और भारत दोनों देशों की कम्पनियों में परस्पर निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
इस दौरान राजा एवं रानी के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर से मिलने की व्यवस्था की गई है। दोनों इनोवेशन पालिसी पर उच्च स्तरीय नीति संवाद में शामिल होंगे। वर्सोवा बीच सफाई अभियान में जाएंगे और डोरस्टेप स्कूल देखेंगे जो परिवार की पढ़ने वाली पहली पीढ़ी के बच्चों को शिक्षा देता है। वे टेकला वर्कशाप और डायलाग में भी भाग लेंगे जिसका मकसद प्रौद्योगिकी शिक्षा में लड़कियों और महिलाओं की भागीदारी कम होने की समस्या दूर करने पर केंद्रित होगा। इसके बाद दोनों गंगा दर्शन के लिए उत्तराखंड जाएंगे।